अपेक्स बैंक प्रशिक्षण काॅलेज, भोपाल
1. प्रस्तावना एवं उद्देश्य -
मानव अस्तित्व के बहुआयामों में वर्तमान समय में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं अतएव यह जरूरी हो जाता है कि अस्तित्व को बनाये रखने के लिए उपयुक्त नीतियों को निर्मित किया जाये। लक्ष्य मूलक परिवर्तन लाने की एक नीति यह है कि प्रशिक्षण व्यवस्थित रूप से हो। प्रशिक्षण एक सतत् प्रयास है जो कि कर्मचारियों के कौशल, उनके कार्यदक्षता एवं उनकी बौद्धिक क्षमता में प्रखरता लाती है।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में कार्य कर रहे मानव संसाधन के कौशल में दक्षता लाना एवं उन्हें ज्ञान प्रदान करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु प्रशिक्षण कालेज द्वारा अल्पकालीन सहकारी साख संरचना यथा अपेक्स बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एवं पैक्स के कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
2. उपलब्ध अधोसंरचना -
अपेक्स बैंक प्रशिक्षण काॅलेज, भोपाल वर्ष 1985 में प्रारंभ हुआ एवं वर्ष 1992 में इसके स्वयं के भवन का निर्माण, छात्रावास एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के साथ हुआ। काॅलेज भवन का निर्माण विश्व बैंक की सहायता से एनसीडीसी -तृतीय प्रोजेक्ट के अंतर्गत हुआ। नाबार्ड के द्वारा वर्ष 1994 से सहायता देना प्रारंभ किया गया। नाबार्ड के द्वारा प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायता प्रदान की गई। अभी हाल ही में, काॅलेज में सुसज्जित उपकरणों से युक्त कम्प्यूटर लेैब की स्थापना की गई है। प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए आधुनिक दृश्य उपकरणों का उपयोग काॅलेज द्वारा किया जा रहा है। काॅलेज के पास प्रशिक्षणार्थियों एवं अपने संकाय सदस्यों के उपयोग के लिए पुस्तकालय भी है।
काॅलेज में एक स्टेंडिंग कमेटी है जो कि नाबार्ड की साफ्टकाॅब योजना के अनुसार पाठ्यक्रम कैलेण्डर एवं अन्य गतिविधियों को अनुमोदित एवं अनुप्रवर्तन करती है।
प्रशिक्षण महाविद्यालय के द्वारा, महाविद्यालय की कक्षाओं के अतिरिक्त, आॅन लोकेशन एवं कस्टमाईज्ड प्रशिक्षण भी बैंक/समिति मुख्यालय एवं शाखाओं में दिया जाता है। प्रशिक्षण की मुख्य पद्धति, व्याख्यान पद्धति के साथ साथ केस स्टडी पद्धति की मदद से भी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। प्रशिक्षण काॅलेज द्वारा बैंकों एवं समितियों को उनकी मांग के आधार पर परामर्श सुविधा उपलब्ध कराई जाने के साथ-साथ विभिन्न विषयों / कार्यक्षेत्रों पर अध्ययन प्रतिवेदन भी तैयार किया जाता है।
प्रशिक्षण काॅलेज में नाबार्ड की आवश्यकताओं के अनुरूप ही उच्च शिक्षित एवं सीटीएफसी योग्यता धारित संकाय सदस्यों की नियुक्ति की जाती हेै। इन संकाय सदस्यों की नियुक्ति विभिन्न जिला बैंकों एवं शीर्ष बैंक में पर्याप्त अनुभव के उपरांत ही प्रशिक्षण काॅलेज मे की जाती है। प्रशिक्षण काॅलेज की इन्हीं विशेषताओं के कारण नाबार्ड के प्रशिक्षण संस्थान, बर्ड, लखनऊ द्वारा वर्ष 2012 से निरंतर 3 बार मान्यता प्रदान की गई है एवं पूर्व में प्रदत्त श्रेणी सी को उन्नयन कर वर्ष 2015 के लिए बी$ ग्रेड प्रदान किया गया है।
3. काॅलेज द्वारा संचालित मुख्य प्रशिक्षण कार्यक्रम -
वर्तमान समय की आवश्यकताओं, कोर बैंकिंग के महत्व एवं डिजिटलाईजेशन की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण काॅलेज द्वाराअपने नियमित विषयों के अतिरिक्त विशिष्ट रूप से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। वर्ष 2015-16 में निम्न विषयों पर कार्यशाला/सेमीनार का आयोजन किया गया -
1 अनर्जक आस्तियां प्रबंधन, आय का अभिज्ञान एवं आस्तियों का वर्गीकरण पर एक दिवसीय कार्यशाला
2 जिला बैंकों में ब्याज अनुदान के दावे प्रस्तुतीकरण संबंधी कार्य करने वाले अधिकारियों हेतु एक दिवसीय चार कार्यशालाएॅं
3 अपेक्स बैंक अधिकारियो/कर्मचारियों हेतु ‘‘बैंकों में साईबर क्राईम रोकने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला
4 जिला बैंक अधिकारियो/कर्मचारियों हेतु ‘‘बैंकों में साईबर क्राईम रोकने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला
5 जिला बैंक पन्ना में नाबाड्र निरीक्ष्ण के दौरान आपतितयों पर अनुपालना संबंधी प्रशिक्षण कार्यशाला
6 अपेक्स बैंक के अधिकारियों हेतु सरफेसी एक्ट एवं ई-आकशन पर कार्यशाला
7 जिला बैंक पन्ना में समरूप लेखांकन एवं प्रबंधकीय सूचना पद्धति पर प्रशिक्षण कार्यशाला
8 जिला बैंक दमोह में पैक्स के अध्यक्षों एवं संचालकों हेतु सक्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला
9 जिला बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारियांे हेतु एसएलआर की राशि शासकीय प्रतिभूतियों में जमा करने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला (पचमढी )